बढ़ते डेंगू के संक्रमण ने लोगो के मन डर पैदा कर दिया है डेंगू एक मच्छरों से होने वाला वायरल बीमारी है जिसमें मुख्य लक्षण में बुखार, जुकाम, थकान और शरीर में दर्द शामिल होते हैं। बेंगलुरु में इस समय 80 नए डेंगू मरीज सामने आए हैं, जिससे कुल संख्या 160 हो गई है। इस बीमारी से अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है। भारत में आये दिन नए डेंगू के केस सामने आते है।
डेंगू के लक्षण
आमतौर पर मुख्य लक्षण में बुखार, जुकाम, थकान और शरीर में दर्द शामिल होते हैं।
डेंगू के लक्षण विभिन्न हो सकते हैं और इनमें निम्नलिखित शामिल हो सकते हैं:
1. *बुखार*: डेंगू का प्रमुख लक्षण होता है अचानक उठने वाला अचानक बुखार जो अक्सर 104 डिग्री फ़रेनहाइट (40 डिग्री सेल्सियस) तक पहुँच सकता है। यह बुखार 4 से 10 दिनों तक रह सकता है।
2. *शरीर में दर्द*: बुखार के साथ-साथ शरीर में तेज दर्द होता है, जिसे अक्सर “डेंगू बुखार” कहा जाता है। यह दर्द अक्सर हड्डियों, पेशियों और जोड़ों में महसूस होता है। और शरीर में दर्द रहता है।
3. *सिरदर्द और आंखों में लालिमा*: सिरदर्द और आंखों में लालिमा भी डेंगू के अन्य लक्षण हो सकते हैं। यह लालिमा अक्सर आंखों के पीछे में दिखाई देती है और इसे “डेंगू के लाल” कहा जाता है। 2 से 4 दिनो के भीतर पता लगने लगता है।
4. *छाती में सूजन और सांस लेने में तकलीफ*: कुछ मरीजों को छाती में सूजन, सांस लेने में तकलीफ और अधिक धड़कन की समस्या हो सकती है। सांसों का असंतुलन हो जाता है।
5. *अपने आप ठीक होने के बाद तकलीफें*: कुछ मरीजों को डेंगू बुखार से बाद में भी तकलीफें हो सकती हैं, जैसे कि थकावट और खांसी , शरीर में हल्का दर्द आदि।
यदि आपको लगता है कि आप या कोई अन्य व्यक्ति डेंगू के लक्षण दिखा रहे हैं, तो तुरंत एक चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। जल्दी इलाज शुरू होने से समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है।
सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों की राय..
ऐसी स्थिति में, सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों को लोगों को जागरूक करने, वायरस के प्रसार को रोकने और संभावित संक्रमित व्यक्तियों का इलाज करने के लिए कठोरी से काम करने की आवश्यकता होती है। डेंगू के खिलाफ लड़ाई में सामाजिक सहयोग भी महत्वपूर्ण है ताकि संक्रमण को नियंत्रित किया जा सके।डेंगू एक मच्छरों के संक्रमण से होने वाला वायरल बीमारी है जो एडेस एजिप्टी मच्छर के काटने से फैलता है। यह बीमारी गंभीर हो सकती है और उसके मुख्य लक्षण में बुखार, सिरदर्द, जुकाम, शरीर में दर्द और लहूका भी शामिल हो सकते हैं। कई बार यह बीमारी गंभीर हो जाती है और विशेषकर बच्चों और बूढ़ों के लिए जानलेवा हो सकती है।
डेंगू के उपचार में सबसे महत्वपूर्ण होता है समय पर डॉक्टर से सलाह लेना और उनके द्वारा निर्दिष्ट की गई दवाओं का सेवन करना। साथ ही, अच्छी पोषण और पर्याप्त पानी पीना भी बहुत महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, डेंगू संक्रमण से बचाव के लिए मच्छरों से संबंधित उपाय जैसे कि मच्छरों के कटने से बचना, जल जमाव करना और अंतर्दृष्टि का उपयोग करना जरूरी होता है।