उपरोक्त कार्यों को सूचित रूप से संचालित करने के लिए विभिन्न स्तरीय संगठन का होना अपने आप में बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान रखता है इसलिए निम्नलिखित प्रकार से संगठन का निर्माण संभव है :-
जिला स्तरीय संगठन :- सर्वप्रथम जिला स्तरीय एक कार्यकारिणी का गठन किया जायेगा, जिसमें कुल 21 सदस्य होंगे, जिसमें प्रत्येक पंचायत समिति से 1-1 सदस्य लिया जायेगा l जिन्हें अनुभव एवं योग्यता के आधार पर जिम्मेदारी सौपी जाएगी l जिनमें से 1 प्रबंधक, 1 संयोजक, 1 कार्यवाह, 1 कोष प्रभारी, 1 सूचना प्रभारी, 1 सलाहकार तथा 15 अन्य सदस्य होंगे l जिला स्तरीय संगठन में प्रतिमाह प्रथम व तृतीय रविवार को बैठक होना अनिवार्य है जिनमें विभागीय, खण्ड स्तरीय व जिला स्तरीय अधिकारी व सदस्य इनमें भाग लेंगे l इस दौरान संगठनात्मक दृष्टि से महत्वपूर्ण व अति महत्वपूर्ण निर्णय (लिखित दस्तावेज सहित) 2/3 बहुमत से ही लिए जायेंगे l मौखिक रूप से लिए गए किसी भी निर्णय को अप्रभावी या निरस्त समझा जायेगा l जिला स्तरीय संगठन की प्रत्येक बैठक में न्यूनतम 80 फीसदी सदस्यों की उपस्थिति अनिवार्य है l जिला स्तरीय संगठन के पास संगठन का संचालन करने, नए सदस्यों को शामिल करने, उन्हें जिम्मेदारी सौपने, अयोग्य सदस्यों को हटाने, दण्डित करने, नई योजनाओं को लागु करने व आपातकालीन बैठक बुलाने से सम्बंधित समस्त अधिकार प्राप्त होंगे l
खण्ड स्तरीय संगठन :- प्रत्येक खण्ड स्तर पर कार्यकारिणी का गठन किया जायेगा जिसमें सम्बंधित पंचायत समितियों से कुल 11 सदस्यों का चुनाव किया जायेगा l जिन्हें अनुभव एवं योग्यता के आधार पर जिम्मेदारियां सौपी जाएगी l इस संगठन में बैठक जिला स्तरीय कार्यकारिणी के निर्देशानुसार होगी तथा इसमें जिला व खण्ड स्तर के अधिकारी एवं सदस्य भाग लेंगे l यह जिला स्तरीय संगठन द्वारा मांगी गई सूचनाएँ उपलब्ध कराएगा तथा जिला स्तरीय संगठन द्वारा निर्धारित योजनाएं व सूचनाएँ अपने-अपने क्षेत्र में कराएगा l
पंचायत समिति स्तरीय संगठन :- प्रत्येक पंचायत समिति स्तर पर एक कार्यकारिणी का गठन किया जायेगा जिसमें संबंधिक पंचायत समिति से कुल 11 सदस्यों का चुनाव किया जायेगा l जिन्हें अनुभव एवं योग्यता के आधार पर जिम्मेदारियां सौपी जाएगी l इस संगठन में बैठक खण्ड स्तरीय कार्यकारिणी के निर्देशानुसार होगी तथा इसमें खण्ड व पंचायत समिति स्तर के अधिकारी एवं सदस्य भाग लेंगे l यह जिला स्तरीय संगठन द्वारा मांगी गई सूचनाएँ उपलब्ध कराएगा तथा जिला स्तरीय संगठन द्वारा निर्धारित योजनाएं व सूचनाएँ अपने-अपने क्षेत्र में कराएगा l
मण्डल स्तरीय संगठन :- प्रत्येक मण्डल स्तर पर एक कार्यकारिणी का गठन किया जायेगा जिसमें प्रत्येक ग्राम पंचायत से 1-1 सदस्य लिया जायेगा l जिन्हें अनुभव एवं योग्यता के आधार पर जिम्मेदारियां सौपी जाएगी l इस संगठन में बैठक पंचायत समिति स्तरीय कार्यकारिणी के निर्देशानुसार होगी तथा इसमें पंचायत समिति व मण्डल स्तर के अधिकारी एवं सदस्य भाग लेंगे l यह जिला स्तरीय संगठन द्वारा मांगी गई सूचनाएँ उपलब्ध कराएगा तथा जिला स्तरीय संगठन द्वारा निर्धारित योजनाएं व सूचनाएँ अपने-अपने क्षेत्र में कराएगा l
ग्राम पंचायत स्तरीय संगठन :- प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर एक कार्यकारिणी का गठन किया जायेगा जिसमें प्रत्येक वार्ड से 1-1 सदस्य को शामिल किया जायेगा l जिन्हें अनुभव एवं योग्यता के आधार पर जिम्मेदारियां सौपी जाएगी l इस संगठन में बैठक मण्डल स्तरीय कार्यकारिणी के निर्देशानुसार होगी तथा इसमें मण्डल व ग्राम पंचायत स्तर के अधिकारी एवं सदस्य भाग लेंगे l यह जिला स्तरीय संगठन द्वारा मांगी गई सूचनाएँ उपलब्ध कराएगा तथा जिला स्तरीय संगठन द्वारा निर्धारित योजनाएं व सूचनाएँ अपने-अपने क्षेत्र में कराएगा l
ध्यान दें :- सम्पूर्ण संगठन निर्माण के पश्चात् समाज के बहुमुखी एवं सर्वांगीण विकास को ध्यान में रखते हुवे जिला स्तरीय संगठन के निर्देशानुसार कुछ नए विभागों का सृजन किया जायेगा l जो निम्नानुसार होंगे… 1. शिक्षा एवं स्वास्थ्य विभाग 2. रोजगार एवं स्वरोजगार विभाग 3. उत्पादन एवं विपणन विभाग 4. योजना एवं प्रशिक्षण विभाग 5. कृषि एवं पशुपालन विभाग 6. पर्यटन एवं पर्यावरण विभाग 7. सूचना एवं संचार विभाग 8. समाज एवं संस्कृति विभाग 9. प्रचार-प्रसार विभाग 10 .अन्य महत्वपूर्ण विभाग विभिन्न कार्यकारिणियों के सदस्यों में से योग्य, अनुभवी एवं उत्कर्ष्ट कार्य करने वाले सदस्यों की पदौन्नति करते हुवे उनकी रूचि एवं योग्यता के आधार पर सम्बंधित विभाग में जिम्मेदारी सौपी जाएगी l ये एक प्रकार से निरंकुश व स्वतंत्र विभाग होंगे l प्रत्येक विभाग में लगभग 11 सदस्य होंगे जो अपने विभाग से सम्बंधित कार्यों का निर्वहन करेंगे l ये विभाग संगठन के अन्य सदस्यों के साथ के सहयोग से अपने-अपने विभाग के अनुसार प्रत्येक स्तर पर अपनी टीम गठित करके कार्य करेंगे l क्रमोन्नत विभागीय सदस्यों के स्थान पर कार्यकारिणी के अन्य सदस्यों को क्रमोन्नत किये जायेंगे ओ आवश्यकतानुसार नए सदस्यों को शामिल किये जायेंगे l
ध्यान दें :- समस्त विभागों व संगठनात्मक कार्यकारिणियों में महिलाओं की भागीदारी अनिवार्यतः सुनिश्चित की जावेगी l