विभिन्न स्तरीय सशक्त, नशा-मुक्त व शिक्षित टीम निर्माण |
उत्कर्ष्ट कार्य करने पर यथा योग्य प्रमोशन, प्रोत्साहन व सम्मान |
प्रत्येक स्तर पर अलग-अलग कार्य विभाजन |
विभिन्न स्तरीय नियमित बैठक, वार्तालाप, विचार-विमर्श व प्रशिक्षण का आयोजन |
आर्थिक सहयोग एकत्र करना व सरकारी सहयोग वितरण |
विभिन्न स्तरीय विभागों की स्थापना |
संगठनात्मक सेवा कार्य करना (जैसे:- स्वच्छता, अभियान, नशामुक्त अभियान, जन-जागृति अभियान, पर्यावरण एवं जल संरक्षण अभियान, स्वदेशी अपनाओ अभियान, शिक्षा-स्वास्थ्य एवं स्वरोजगार अभियान आदि |
उच्च स्तरीय बाज़ार की खोज करना व किसान, मजदूर एवं पशुपालकों द्वारा उत्पादित वस्तुओं का आदान-प्रदान सुनिश्चित करवाना |
आवश्यकतानुसार लघु एवं कुटीर उद्योग स्थापित कर उनका संचालन सुनिश्चित करवाना |
संस्था के रहस्य, सामाजिक एकता व अखंडता को सुनिश्चित करना |
विशेष परिस्थितियों में एक-दुसरे का सहयोग करना |