पुलिस हैरान, राजस्थान आने के लिए 5वीं पास पाकिस्तानी महिला ने अकेले कैसे तैयार करवाए दस्तावेज, सुरक्षा एजेंसियां भी सतर्क
दो बच्चों के बाप से निकाह के बाद पाकिस्तान की सरहद पार कर चूरू आने वाली महवीश की कहानी में कई पेंच हैं। जिला पुलिस से लेकर सुरक्षा एजेंसियां तक इन पेंचों को खोलने में जुटी है। दस्तावेजों की जांच में अभी तक ऐसी कोई खामी नहीं मिली है, जिससे महवीश और चूरू के रहमान के निकाह पर कोई शक किया जा सके, लेकिन सबसे खास बात यह है कि जिससे महवीश ने शादी रचाई। वह रहमान अभी कुवैत में है। वह पिछले डेढ़ साल से घर नहीं आया है। दूसरा पांचवीं कक्षा तक पढ़ी लिखी महवीश ने अकेले पासपोर्ट, वीजा से लेकर सभी तरह के दस्तावेज कैसे तैयार करवाए।
अकेले बस में आई बॉर्डर तक:
महवीश ने पुलिस की पूछताछ में बताया है कि उसके माता-पिता की मौत हो चुकी है। वह अपने दो बच्चों के साथ बहन के घर इस्लामाबाद में रह रही थी। वह रहमान के पास कुवैत जाना चाह रही थी, लेकिन कुवैत का वीजा नहीं मिलने पर वह ससुराल चूरू आई है। इसके लिए उसने अपने दोनों बच्चों को बहन के पास छोड़ा। बार्डर तक का सफर पाकिस्तान में बस से तय किया है। पुलिस को अभी तक यह समझ में नहीं आ रहा है कि पाकिस्तान में अकेली महिला ऐसा कैसे कर सकती है। आशंका है कि भारत आने के लिए दस्तावेज बनाने से लेकर बॉडर तक आने में किसी ने उसकी मदद की है। जबकि चूरू में ससुराल के लोग उसे लेने के लिए बॉडर तक पहुंचे हैं।
दस्तावेजों में पति का नाम रहमान:
महवीश ने रहमान से निकाह के साथ अपनी शादी के पक्के दस्तावेज बनवा रखे हैं। भारत आने से पहले उसने पासपोर्ट सहित दस्तावेजों में अपने पति का नाम रहमान करवा लिया है। पाकिस्तान का उसका मोबाइल नंबर किसी भी दस्तावेज में दर्ज नहीं है, जबकि यहां पुलिस को पेश किए गए दस्तावेजों में अपने देवर सलीम खान का मोबाइल नंबर लिखा गया है।
मुखरता से बात…बिंदास अंदाज:
महवीश ने पुलिस की पूछताछ के दौरान मुखरता से जवाब दिए। बिंदास अंदाज में वह बोली रहमान की शादी और उसके दो बच्चे होने की उसे पहले से जानकारी है। उसकी पहले रहमान की पहली पत्नी भादरा की फरीदा से भी बात होती थी। फरीदा की सहमति से ही उसने निकाह किया है, लेकिन जब उसे फरीदा की सहमति के संबंध में दस्तावेज मांगे गए तो उसके पास कोई जवाब नहीं था। हालांकि स्वयं के तलाक के दस्तावेज होने की बात कही।
पुलिस ने देवर को किया पाबंद, लिया शपथ-पत्र:
इस मामले में पुलिस ने दस्तावेजों के साथ रहमान के छोटे भाई सलीम खान का शपथ-पत्र लिया है। सलीम खान की ओर से पेश शपथ पत्र में बताया गया है कि महवीश मेरे रिश्ते के भाई की पत्नी है। जो अटारी बॉर्डर से 45 दिन के लिए भारत आई है। यह उनके घर पीथीसर गांव में परिवार के साथ ही रहेगी। इसकी समस्त जिम्मेदारी मेरी होगी।
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