बाड़मेर के आजाद नगर गंगाला प्राथमिक स्कूल का दृश्य दहनिय

बाड़मेर के आजाद नगर गंगाला प्राथमिक स्कूल का दृश्य दहनिय -राजस्थान के कई ऐसे भी जिले हैं जहां आज भी शिक्षा के मामले में बहुत पीछे हैं जैसे राजस्थान के बाड़मेर जिले में, जहां रेगिस्तानी धूप अपनी कड़ी गर्मी से प्रदर्शन करती है, वहीं बसा है आजाद नगर गंगाला प्राथमिक स्कूल। यहां, कठिन जलवायु के बावजूद, छप्पर के नीचे जोड़ी गई तीन कक्षाओं में 41 डिग्री सेल्सियस तापमान में पढ़ने वाले विद्यार्थी शिक्षा के प्रति अपने आग्रह और उत्साह को दिखाते हैं। गंगाला में विद्यार्थियों के बैठने के लिए कक्षाकक्ष नहीं होने से विद्यालय में हाजी अकबर खान की ओर से 3 कक्षाओं के लिए दो छप्परों का निर्माण किया गया,इसमे चलता है स्कूल|

*दिनचर्या का एक झलक*

बाड़मेर के आजाद नगर गंगाला में शिक्षा का महत्वपूर्ण कार्यक्षेत्र सादगी से भरा हुआ है। यहां तीन कक्षाओं में छात्र धैर्य से पढ़ाई करते हैं, जहां उन्हें अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित रखने के लिए धूप से छुटकारा नहीं मिलता है। सुबह से शाम तक स्कूल में गतिविधियों की गहरी शोर मचती है, जब आस-पास के गांवों के बच्चे यहां आते हैं, जीवन के सपनों को पूरा करने के लिए।

*चुनौतियाँ और अद्वितीयता*

स्कूल की प्राथमिक चुनौती राजस्थान के गर्मी का मुकाबला करना है। 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान के बावजूद, ध्यान और संतोष पर बनाए रखने का यह दैनिक संघर्ष है। लेकिन इन परिस्थितियों के बावजूद, छात्रों और शिक्षकों का समर्पण अविचलित रहता है। उनका शिक्षा में विश्वास उनके सपनों को अपनाने में मदद करता है।

*समुदाय समर्थन और सहनशीलता*

बाड़मेर के इस कोने में, समुदाय का समर्थन स्कूल को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। स्थानीय निवासी शिक्षा की महत्वता को अच्छी तरह समझते हैं, क्योंकि यह उनके बच्चों के लिए एक उज्जवल भविष्य की ओर एक मार्गदर्शक राह है। वे समय देने से लेकर संसाधन प्रदान करने तक कई तरीकों से योगदान करते हैं, इस सुनिश्चित करते हुए कि स्कूल इन कठिनाईयों के बावजूद भी सफलतापूर्वक चलता रहे।

*शिक्षा का प्रभाव*

आजाद नगर गंगाला प्राथमिक स्कूल में शिक्षा केवल पाठ्यक्रम सीमित नहीं है। यह धैर्य, समुदाय की भावना और आशा को समर्पित करता है। बहुत से छात्रों के लिए यहां स्कूल जाना सिर्फ ज्ञान प्राप्ति के लिए ही नहीं है, बल्कि समाजिक, आर्थिक और स्थानीय बाधाओं को भी पार करने का एक माध्यम है।

*भविष्य की दिशा*

जैसे ही आजाद नगर गंगाला प्राथमिक स्कूल आज की चुनौतियों से गुजरता है, वह भविष्य में आशावाद से देखता है। स्कूल अपनी सुविधाओं को बढ़ाने, शिक्षा के परिणामों में सुधार करने और अपने छात्रों के लिए नए अवसरों का विस्तार करने का प्रयास करता है। हर वर्ष बीतने पर, यह शिक्षा के सामर्थ्यकों को बढ़ाने का एक उपाय करता है।
NewsPatal

2 thoughts on “बाड़मेर के आजाद नगर गंगाला प्राथमिक स्कूल का दृश्य दहनिय”

Leave a Comment